hello दोस्तों ,
हर व्यक्ति को अपने आप से और अपने आस पास वाले लोगों से कुछ आशाएं होती है , हमे भी औरों से और अपने आप से कुछ आशाएं है – कुछ को नौकरी पाने की इत्छा , कुछ को धाराप्रवाह बोलने की इत्छा , कुछ को अपने आप को दूसरों से बेहतर साबित करने की इत्छा ……
और हम इन इच्छाओं के बोझ के निचे दबे रहते है – जब हमारी एक इच्छा पूरी होती है तो दूसरी इच्छा सर उठा लेती है – कॉलेज पूरा हुआ तो नौकरी की इच्छा , फिर नौकरी बदलने की इच्छा , पिछली नौकरी से ज्यादा पैसा कमाने की इत्छा , फिर अपना घर बनाने की इत्छा , मनचाही शादी की इत्छा , बच्चों की इत्छा, उनकी पढाई की चिंता , फिर उनके करियर की चिंता, 40 के पार होते होते कोई न कोई बीमारी घेर लेती है फिर उसके इलाज की चिंता….. तो बात ये है कि कब ये इच्छा चिंता में बदल गयी पता ही नहीं चलता |
दोस्तों , बात ये है कि जब भी ज़िंदगी आपकी इत्छा से न चले तो अपने आस पास के माहौल को गौर से देखो ,,,,,, अगर आप बेरोज़गार है तो आपके जैसे कई है , आपसे भी बदतर हालातों में रह रहे लोग …. अगर आप बीमार है तो आपसे भी ज्यादा घातक बीमार लोग भी है ,,,,, अगर आप अच्छे कॉलेज से डिग्री नहीं ले पाएं है तो करोड़ो लोग ऐसे भी है जिन्होंने कॉलेज का मुँह नहीं देखा …. ये मैं आपको निचले सत्तर पे अपने आप को सिमित रहने के लिए नहीं बता रहा हु बल्कि इसलिए बता रहा हु कि कई बार हम अपनी समस्या को ही सबसे बड़ा मानते है और ये एक इंसानी सवभाव है …..आपने सुने ही होगा कि दूर के ढोल सुहावने होते है या नदी के दूसरी पार घास हरी दिखती है ….सब लोग कोई न कोई समस्या को लेकर परेशान है …
सुझाव ये है कि जब भी आप किसी समस्या में हो तो अपने आस पास के माहौल को गौर से देखे , ऑब्जर्व करे लोगो के जीवन को , शायद आपको आपकी समस्या का हल मिल जाए |
सफर जारी रहेगा
रमन मान 8285115785
1 thought on “My Experience #16 Observe Your Life”
Amitsingh Kushwaha
(October 13, 2018 - 12:56 pm)बहुत सुंदर कहा रमण जी अपने। जीवन में हर चुनौती का सामना करना और आगे बढ़ना ही सबसे बेहतर रास्ता है। धन्यवाद।