हाँ मैंने जिंदगी जीना सीख लिया है….

दोस्तों बात आज के करीब डेढ़ साल पहले की है। जब मैं हकलाहट की स्वीकार्यता के बारे में नहीं जानता था। उस समय हकलाहट मेरे जीवन की सबसे बड़ी बाधा थी। मैं हमेशा अपने आप को दुखी महसूस करता है। ना ही ज्यादा लोगो से बात करता था और दिन भर बस घुटता रहता था। […]

पिता को चाहिए आपका प्यार!

अब घर बहुत सूना सा लगता है। पापा के रूम में जाने का मन नहीं करता। उनके बिस्तर, तकिया, कपड़े और हर छोटे-बड़े सामान को बार-बार छूने और सीने से लगाने की कोशिश करता हूं। पापा का चेहरा बार-बार आंखों के सामने आता हैं। उनकी कहीं गई बातों को यादकर बार-बार मन दुःखी हो उठता […]

हि – हि – हिंदी दिवस !

दोस्तों – हिंदी में लिखना इतना मुश्किल भी नहीं है – ये मैंने तब महसूस किया जब एक बार “अपना हाथ जगन्नाथ” का अनुवाद शुरू कर दिया ! और आज ये पूरा भी हो गया, ठीक हिंदी दिवस (१४ सितम्बर २०१५) के मौके पर! आप सभी जो हिंदी हिंदी की रट लगाये रखते थे, उन […]

एक पिता का खामोश होना . . .

आज सुबह मेरी नींद जल्दी खुल गई। सुबह की सैर के बाद मैं घर वापस आया और किचन में चाय बनाया। रोज की तरह मैंने दो कप निकाले। चाय छानते समय सोचा- 2 कप किसलिए निकाले? आज तो मैं अकेला हूं। पापा तो चले गए उस अनन्त यात्रा की ओर जहां से कभी कोई वापस […]

एक सपना ……

जब मै 12TH क्लास में था तब मेरा सपना था NDA ज्वाइन करना।  लिखित परीक्षा पास करने पर मुझे SSB के लिए बनारस बुलाया गया।  वहां सात दिनों के बाद परिणाम आया।  लेकिन मुझे अपना परिणाम छठे दिन पता चल गया था।               वहां इंस्ट्रक्टर ने मुझे बताया ” तुम […]

इज़ाबेला – बाल कथा

इज़ाबेला एक राजकुमारी जो थी हकलाती रोमानिया की एक परी कथा लेखिका : बीटा एकरमैन चित्रकारी : तेरिज़ा मेरलीनी सज्जा : द्रज़ीना परिश अनुवाद : डॉ सत्येन्द्र श्रीवास्तव बच्‍चों को सस्नेह भेंट, दी इण्डियन स्टैमरिंग एसोसिएशन की ओर से एक थी राजकुमारी थी वो हकलाती नाम था उसका इज़ाबेला रहती थी वो दूर देश में […]

100% Cure की सच्चाई

Suppose करो,  जब आप तेज कार चलाते हो और आपकी कार बार बार बंद हो जाती है । अब आप driving सीखने जाते हो,  समस्या दूर करने के लिये । Driving school वाला आपको 30 दिन तक first gear मे गाडी चलवाता है,  खाली रोड पर । 30 दिन बाद बोलता है तुम अच्छे driver […]

हकलाहट की सही पहचान

नमस्कार मित्रो। में अपनी हकलाहट की कहानी को 3 पात्रों में विभाजित करके आप लोगो के सामने पेश कर रहा हु। पात्र-1विलेन(हकलाहट) 2  कलाकार(बॉउंसिंग/परलोंग) 3 दर्शक (जिसके सामने में हकलाता हु) में पिछले 25 वर्षो से अपने अंदर एक वयक्ति को लेकर बेठा था।जीसे में विलेन समझ रहा था पर tisa से जुड़ने के बाद […]

हकलाहट के साथ लेक्चर

कल 10/7/2015 को मैंने टीचर्स की एक मीटिंग आयोजित करवाया था। इस मीटिंग में सिर्फ मैं ही बोलने वाला था। तेज बारिश के कारण मीटिंग में 18 टीचर्स ही आ पाए। इस बार मैंने बोलने के लिए कोई तकनीक नहीं इस्तेमाल किया। केवल बीच-बीच में रूककर अपनी बात बोलता रहा। कई बार हकलाया। बोलते-बोलते 90 […]

हिम्मत करने वाले की कभी हार नही होती

मित्रो नमस्कार बात उस समय की हे जब में टेलर का काम सीख चूका था ।वह भी लेडीज़ टेलर का।अब मेरे माता पिता और परिवार के लोग मुझ पर अपनी खुद की शॉप खोलने के लिए कहने लगे या यु कहे की दबाव बनाने लगे।पर मुझमे ये हिम्मत नहीं थी की मै उनको ये कह […]

एक कदम स्वीकार्यता की ओर . . .

29/06/2015 को मैंने अपने आफिस के कार्य से एक बैठक आयोजित करवाई थी। इस बैठक में सरकारी स्कूल्स के 23 शिक्षक उपस्थित रहे।शुरूआत में मैंने कहा- मे-मे-मेरा नाम अ-अ-अमित सिंह है और मैं बोलने में हकलाता हूं। अगर आप लोगों को मेरी बात समझने में कठिनाई हो तो दोबारा पूंछ सकते हैं। इसके बाद मैंने […]

Any Hindi lovers ?

If you have a little time, please read this google doc and leave your comment (like “unclear”, “Spelling”, “check the sentence” etc.). This will help TISA to finalise the translation of Seven Stories for children who can not read it in English. Many readers in the past have commented – why everything in English on […]

हकलाहट – भ्रम और सच्चाई (Myths about Stuttering)

भ्रम: हकलाने वाले व्यक्ति बुद्धिमान नहीं होते? सच: हकलाहट और बुद्धिमानी के बीच कोई संबंध नहीं है। भ्रम: घबराहट के कारण हकलाहट होती है। सच: घबराहट के कारण हकलाहट नहीं होती है। यह नहीं माना जा सकता कि हकलाने वाले व्यक्ति घबराए हुए, डरे हुए, चिंतित या शर्मीले होते हैं। इनमें भी दूसरे लोगों की […]

जाग जाएगी उम्मीद

हाल ही में कलर्स चैनल पर शुरू हुए सीरियल थपकी, प्यार की के बारे में आज दैनिक भास्कर में एक रिव्यू प्रकाशित हुआ है। इसमें यह बताया गया है कि आखिर यह शो क्यों देखा जाए। पढ़ने के लिए लिंक पर जाएं। Link of Full Story

हकलाहट को स्वीकार करने के लाभ

मैंने हकलाहट की स्वीकार्यता को एक व्यापक रूप में अपनाया है और महसूस किया है। इस दौरान मैंने पाया कि स्वीकार्यता सिर्फ हकलाहट ही नहीं, बल्कि जीवन की हर चुनौती का सहजता से सामना करने का मूलमंत्र है। अगर आपने स्वीकार्यता को पूर्ण रूप से और खुलकर अपना लिया, तो आपका जीवन सुखमय बना जाता […]

Official Blog : Manish Upadhyay: दिल तोरोमिंग है….सुबह घरसे ऑफिस के  लिएनिकला। ……

Official Blog : Manish Upadhyay: दिल तो रोमिंग है…. सुबह घरसे ऑफिस के  लिए निकला। ……: दिल तो रोमिंग है …. सुबह घर से ऑफिस के   लिए निकला। … पार्किंग   में अपनी बाइक निकालने   के लिए जब गया तो देखा मेर…

स्काइप कॉल हिंदी में ?? जरूर , क्यों नहीं :)

कुछ   दोस्तों   से मेरी बात हुई तो मुझे ये एहसास हुआ की ये आमतौर पर धारणा है की स्काइप कॉल सिर्फ इंग्लिश में होती है.             एक ने अपनी मनःस्थिति कुछ इस प्रकार जाहिर की – ” स्काइप कॉल पर आकर मुझे कुछ समझ नहींआता  है. मुझे इंग्लिश समझ […]

सुनने को बनाएं ‘ध्यान’

हमारी पांच प्रत्यक्ष इंद्रियां हैं:- आंख, कान, नाक, जीभ और स्पर्श। छठी अप्रत्यक्ष इंद्री है मन। इन  छह इंद्रियों से ही हम ध्यान कर सकते हैं या इन छह में इंद्रियों के प्रति जाग्रत रहना ही ध्यान है। इनमें से जो छठी इंद्री है, वह पांच इंद्रियों का घालमेल है या यह कहें कि यह […]

एक बेहतर विकल्प है स्वीकार्यता!

मैं अभी सतना में सर्वशिक्षा अभियान के तहत एमआरसी समन्वयक के पद पर कार्य कर रहा हूं। पिछले महीने फरवरी में मुझे 2 पैरेन्टस  ट्रेनिंग  प्रोग्राम आयोजित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। यह ट्रेनिंग  विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (Children with special needs) के अभिभावकों के लिए थी। मैंने सभी तैयारियां समय पर पूरी कर लिया। पहली […]

हकलाहट की स्वीकार्यता के 10 फायदे!

मैंने हकलाहट की स्वीकार्यता को एक व्यापक रूप में अपनाया है और महसूस किया है। इस दौरान मैंने पाया कि स्वीकार्यता सिर्फ हकलाहट ही नहीं, बल्कि जीवन की हर चुनौती का सहजता से सामना करने का मूलमंत्र है। अगर आपने स्वीकार्यता को पूर्ण रूप से और खुलकर अपना लिया, तो आपका जीवन सुखमय बना जाता […]