हैलो दोस्तों , मैंने आज काफी सोच विचार के बाद यह निश्चय किया कि अब मै अपनी सभी पोस्ट हिंदी में ही लिखूंगा ताकि मेरी बात ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच सके क्योंकि इंडिया में जो लोग इंग्लिश जानते है वे हिंदी भी जानते ही होंगे परन्तु जो लोग हिंदी जानते है जरूरी नही कि वे इंग्लिश भी जानते होंगे।
इसके अलावा हिंदी में मै अपनी बात को अच्छे से बता सकता हूँ और दूसरे लोग भी अच्छे से समझ सकते है. अच्छा संचारकर्ता बनने के लिए हमे हमेशा दोनों और से सोचना होता है कि हम अपनी बात दूसरे को अच्छे से समझा सके और दूसरे उसे अच्छे से समझ सके तभी बातचीत सफल हो पायेगी।
एक और बात ….. पोस्ट पर अपना फीडबैक और सुझाव जरूर दे क्योंकि फीडबैक के बिना हमारे जीवन में सुधार की संभावना बहुत कम् है।
धन्यवाद्। …. मिलते है अगली पोस्ट में।
2 thoughts on “My journey-1”
Amitsingh Kushwaha
(December 31, 2016 - 12:35 pm)बहुत अच्छी पहल है रमनदीप जी. हिंदी में लिखने का अपना अलग ही आनंद है. हिंदी में लिखकर अधिक से अधिक हकलाने वालों को अपने अनुभव और विचार पहुंचा सकते हैं.
Sachin
(December 31, 2016 - 8:45 pm)सही फैसला रमन ! स्वागत है!