अस्पताल में जीवन!

बीते 2 माह मेरे और मेरे परिवार के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहे। पिताजी का 2 माह तक अस्पताल में इलाज चला।

इस दौरान अस्पताल का नजारा रोज एक नया अनुभव होता। गंभीर बीमारी और दुर्घटना में घायल तरह-तरह के मरीज अस्पताल में रोज लाए जाते।

आईसीयू में वेन्टीलेटर और आक्सीजन के सहारे जीवन के लिए संघर्ष कर रहे लोग। अंतिम सांस गिनते हुए जीवन की डोर थामे रहने की अपार आशा और विश्वास।

पूरे अस्पताल का माहौल संवेदना, करूणा और मानवता की अद्भुत मिसाल।

जीवन का यह सत्य देखकर मैं दंग रह गया। याद आया कि अक्सर मैं किशोर और कालेज लाइफ के दौरान हकलाहट से तंग आकर आत्महत्या करने का विचार करता था। धीरे-धीरे जीवन के नए अनुभवों से आत्महत्या का ख्याल मन से जाता रहा।

आज फिर ये जीवन का यह महत्व जानकार मैं यह कह सकता हूं कि आत्महत्या करने से पहले लोगों को एक बार अस्पताल जाकर जरूर देखना चाहिए, जीवन का महत्व और कीमत आसानी से समझ में आ जाएगी।

जीवन में हकलाहट हो या कोई अन्य चुनौती, इन सबका सामना धैर्य और साहस के साथ करने की जरूरत है। हर समस्या का हल समझदारी से करने का सोचें। आवेश और शीघ्रता में नहीं। कभी भी आत्महत्या करने जैसा बुरा विचार नहीं आना चाहिए। जब जीवन इतना कीमती है, तो क्यों, इसे मौत के हवाले करना।

– अमितसिंह कुशवाह
सतना, मध्यप्रदेश।
09300939758

Post Author: Harish Usgaonker

1 thought on “अस्पताल में जीवन!

    admin

    (April 13, 2014 - 5:39 am)

    suicide is not solution of any problem.

    great spiritual master Sri Ramakrishna paramahans used to tell – "if you will commit suicide to escape a particular situation, in next life again you will have to face same situation."

    Practical example of this theory I seen few month ago during past life regression process of one known handicapped person. He committed suicide in his previous life. As He did not respect his precious body , so in this life he did not get perfect body. Again that particular situation facing.

    But PWS should not think that stammering is due to sin of past life. As past life regression theory tells that in our subconscious mind, fear developed due to some tragedy happened in previous life.

    That's why every incarnation , every prophet preached – have courage and face the fear. Everyone has infinite potential. But we hypnotized ourselves negatively

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