सकारात्मक हो रहा है टेलीविजन

आजकल हकलाहट के बारे में टीवी पर बहुत कुछ अच्छा और सकारात्मक दिखाया जा रहा है. बिग मैजिक चैनल पर “हम हैं बजरंगी” सीरियल इन दिनों एक हकलाने वाले व्यक्ति कि चुनौतिओं और साहस कि कहानी को बखूबी दिखा रहा है. इस सीरियल का मुख्य पात्र एक मध्यमवर्गीय परिवार का है जो संयुक्त परिवार में रहता है. वह पार्षद पद का चुनाव लड़ना चाहता है लेकिन हकलाने के कारण वह आम जनता के सामने भाषण देने में खुद को असमर्थ पाता है और चुनाव नहीं लड़ने का फैसला करता है. उसके इस फैसले से उसका पूरा परिवार संतुष्ट नहीं होता और उसे बोलने के लिए प्रोत्साहित करता है. हकलाने वाले इस पात्र का छोटा भाई इंटरनेट पर सर्च करने के बाद कुछ प्रैक्टिस करवाता है. पहली बार वह २१ शब्द सही बोलता है और २२वे शब्द पर हकलाता है. इसके बाद दूसरी बार ७१ शब्द सही बोलता है. इससे हकलाने वाला यह पात्र प्रोत्साहित होता है. और अंत में उसके अन्दर इतना आत्मविश्वास आ जाता है कि वह लोगों के सामने भाषण देकर और चुनाव प्रचार करके जनता को प्रभावित करने में सफल हो जाता है और चुनाव जीत जाता है.
टीवी पर लगातार हकलाहट के बारे में कई सीरियल प्रसारित हो रहे हैं और इनमे हकलाहट के सकारात्मक पहलुओं को ज्यादा अच्छे से दिखाया जा रहा है. हम यह कह सकते हैं कि आज के बदलते समाज में सूचना क्रांति कि बदोलत हमारा समाज ज्यादा जिम्मेदार और मानवीय होता जा रहा है. हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि हकलाने के कारण हमें बोलने का उचित अवसर परिवार और समाज में नहीं मिलता. यह सब इसलिए होता है कि बहुत से लोग यह नहीं जानते कि हम क्यों हकलाते हैं
देश और समाज के समावेशी विकाश के लिए सभी लोगों का साथ मिलकर चलना और सभी का शामिल होना दोनों ही जरूरी हैं. अब हम हकलाने वाले लोगों को समाज से जुड़ने के साथ ही हकलाहट के बारे में सही जानकारी अन्य लोगों को देना चाहिए. इसके बाद हम देखेंगे कि लोगों का व्यवहार हमारे प्रति सकारात्मक है और हम समाज के अन्य लोगों के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चल रहे हैं.

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Amitsingh Kushwah,

Madhya Pradesh
Mobile No. 093009-39758

Post Author: Harish Usgaonker

4 thoughts on “सकारात्मक हो रहा है टेलीविजन

    Sachin

    (May 19, 2012 - 3:54 pm)

    अमित- बहुत सच और बहुत सुन्दर !

    Vinay

    (May 19, 2012 - 5:59 pm)

    क्या ऐसा नही हो सकता की हकलाने वाला व्यक्ति, हकलाते हुए भी अपना भाषण पूरा करे, और हकलाते हुए ही चुनाव जीत जाए !! क्या जीत पाने के लिए हकलाने के उपर जीत पानी आव्यशक है????

    admin

    (May 19, 2012 - 6:29 pm)

    wow..its great..kis channel par aur kitne baje aata hai Amit???

    admin

    (May 20, 2012 - 7:02 am)

    amit ji , aise serials samaj ki manshita ko upper uthane mein bahut madad kar sakte hai … we can download all these type of episodes (if possible) and use them as tool to educate society and to motivate us.

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