जिन्दगी में हम कई रिश्ते बनाते और निभाते हैं. लेकिन दोस्ती का रिश्ता मन में सुखद अहसास जगाता हैं. जब अब उदास बैठें हों, और अपने दुःख को छुपाने कि पुरी कोशिश कर रहें हों तब दोस्त आकर आपको गले लगता है और आपका दुःख दूर करने का प्रयास करता है. दोस्त आपके मन में जीने कि नई आशा जगाता है.
हकलाहट के कारण बचपन से ही मेरे दोस्तों कि संख्या कम रही है. मै नए लोगों से मिलने और बात करने में संकोच करता था. कालेज टाइम में मैंने कुछ हिम्मत की, फिर भी दोस्त १-२ तक ही सीमित रहे. जब टीसा को ज्वाइन किया तो कई अच्छे दोस्त मिल गए. वास्तव में दोस्ती इसलिए जरुरी है क्योकि हम इससे दूसरों के बारे में भी जान पते हैं. जब हकलाने वाले दोस्तों को सफलता मिलते देखते हैं, तो इससे यह मालूम होता है कि हकलाने वाले भी हर मुकाम पा सकते हैं.
हमें गैर हकलाने वाले लगों से भी दोस्ती करनी चाहिए. दोस्ती के लिए हमें दूसरों कि रुचिओं को जानना, समझना पड़ेगा. तारीफ़ करना, सुख, दुःख में साथ निभाना आदि कुछ बातें दोस्ती के लिए जरुरी हैं.
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Amitsingh Kushwah,
Mobile No. 093009-39758
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3 thoughts on “खुश रहना है तो दोस्त बनाएं . . .”
admin
(May 12, 2012 - 1:59 am)बहुत सही फ़रमाया आपने | मैं भी नेए और अच्छे दोस्त बनाऊंगा
admin
(May 13, 2012 - 6:06 am)very nice..With out friends, To whom we would share our emotions. Emotional drainage needs for everyone.
admin
(May 13, 2012 - 9:47 am)aapne sahi kaha aur mai bhi aajkal bahoot dost bana raha hu.
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