खोल दें खिड़कियाँ . . .

टीसा की शिमला ट्रिप के दौरान २ मार्च २०१२ को हम सब शिमला में थे. इस दिन सुबह ६ बजे जब मैंने उठकर रेस्ट हॉउस के कमरे कि खिड़की से बाहर का नजारा देखा तो रोमांचित हो उठा. इतना सुन्दर, शांत और मनोहारी दृश्य मैंने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा. अगर मै थोड़ी […]

सकारात्मक हो रहा है टेलीविजन

आजकल हकलाहट के बारे में टीवी पर बहुत कुछ अच्छा और सकारात्मक दिखाया जा रहा है. बिग मैजिक चैनल पर “हम हैं बजरंगी” सीरियल इन दिनों एक हकलाने वाले व्यक्ति कि चुनौतिओं और साहस कि कहानी को बखूबी दिखा रहा है. इस सीरियल का मुख्य पात्र एक मध्यमवर्गीय परिवार का है जो संयुक्त परिवार में […]

खुश रहना है तो दोस्त बनाएं . . .

जिन्दगी में हम कई रिश्ते बनाते और निभाते हैं. लेकिन दोस्ती का रिश्ता मन में सुखद अहसास जगाता हैं. जब अब उदास बैठें हों, और अपने दुःख को छुपाने कि पुरी कोशिश कर रहें हों तब दोस्त आकर आपको गले लगता है और आपका दुःख दूर करने का प्रयास करता है. दोस्त आपके मन में […]

टीसा से जुड़ने पर आत्मविश्वास जागा

पहले ऐसा लगता था जैसे की इस दुनिया में अकेला मैं ही हकलाता हूँ लेकिन टीसा से जुड़ने के बाद मुझे ऐसा लगा की हकलाने वाला मैं इस दुनिया में अकेला व्यक्ति नहीं हूँ, बल्कि मेरे जैसे सैकड़ो लोग और हैं जो इस समस्या से परेशान हैं. इस वजह से मेरे अन्दर बहुत ज्यादा आत्मविश्वास पैदा हुआ, क्योंकि अब […]

हकलाने का डर

हकलाने ने हम में से बहुतो को  लंम्बे समय तक परेशान किया है या अब भी कर रहा है | हम में से कुछ लोगोँ को ये कभी कभी तथा कुछ को निरंतर तकलीफ देता रहता है | TISA (The Indian Stammering Association ) के साथ मेरे पिछले तीन सालोँ में अब मैं यह देख पा […]

फैसला (कहानी)

क्या शादी और एक हकले से, कभी नहीं. – प्रियंका ने एक ही सांस में अपना फैसला सुना दिया.  प्रियंका शाम को स्कूल से आज जल्दी घर लौट आई. आकर सीधे अपने कमरे में चली गई. थोड़ी देर बाद भाभी चाय लेकर उसके पास आईं और आगे बढ़ाते हुए बोलीं –  “एक खुशखबरी है प्रियंका”. […]

जो बनना है वही बनिए . . .

हौसले की दौड़  मुझे बचपन से ही लिखने का शौक था. इसलिए मैंने ग्रेजुएशन करने  के बाद मीडिया के कोर्स को ज्वाइन किया था. क्लास शुरू होने के तुरंत बाद हकलाहट के कारण मुझे थोड़ी प्रोब्लम होने लगी. टीचर और सहपाठी बोलने लगे तुम यह कोर्स पूरा नहीं कर पाओगे. तुमने एक गलत फील्ड को चुना […]

प्रेम सिर्फ देना है !! सिर्फ देना..

मैंने सोचा की हकलाने के उपर बहुत बात हो गयी। अब लोगो को कुछ और भी सिखने की जरुरत है जो की हकलाने वाले अक्सर छोड़ देते है अपनी लाइफ में…वो है प्रेम ..प्यार।मैंने ये ओशो दिस्कोउर से सुना..सायद आप लोगो को भी पसंद  आये.. ओशो उवाच – प्यार कब टूटता है ?? हम जब […]

गलत उम्मीदों से तौबा करें . . . !

इस साल १ जनवरी को नए साल की शुरुआत बहुत ही दुखद घटना से हुई थी. हुआ यह की १ जनवरी को नए साल की शुभकामनाएं देने के लिए कानपुर से मेरे एक रिश्तेदार ने फोन किया. मै हकलाहट के कारण ठीक से बोल नहीं पा रहा था तो उन्होंने कहा की आप अभी सो रहे […]

प्रतिकूलताओं का सम्मान करें . . . !

जीवन में कभी सुख तो कभी दुःख का सिलसिला चलता ही रहता है. हम सुख और अनुकूलताओं के इस कदर आदी हो जाते हैं की थोडा सा दुःख, परेशानी आने पर जल्दी से घबरा जाते हैं. यह इसलिए होता है क्योकि हमने बचपन से ही यह जाना है की चुनौतियां बुरी चीज हैं, उनसे दूर ही […]

शान से चलो !!

क्यों फिक्र गिरने की जब बादलों को छूने का हौसला है तुम में , बस  निडर बनो और बढ़ चलो!     नहीं होते परवाज़ सभी के पास, लग जायेंगे पंख पैरों में , उड़ने की चाह  लेकर बस उड़  चलो !   मंजिल की फिक्र किस बात की जब रास्ते पर है तुम्हे यकीं हर […]

लोगों का काम है कहना . . .!

एक हिन्दी फ़िल्म का गाना है – “कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना…” सच कहा गया है इस गीत में. हकलाने वाले हम लोग हमेशा इसी चिंता में रहते हैं की अगर लोग जान जाएंगे की हम हकलाते हैं तो क्या सोचेंगे ? क्या कहेंगे ? और अगर हम अपनी कोशिश से […]

खुश रहना है तो लिखिए मन की बात . . . !

टीसा में ब्लॉग लिखने को हमेशा प्रोत्साहित किया जाता है. ब्लॉग लिखने से या फिर कागज़ पर अपने मन की बात, विचार, भावनाओं और समस्याओं को लिख देने आप निश्चित तौर पर तनावमुक्त हो जाते हैं. आप इस आलेख को पढ़कर इसके बारे में और अधिक जान सकते हैं.  मेरे द्वारा लिखा गया यह आलेख […]

सुनने की आदत बनाएं . . .

अगर आप अपनी हकलाहट को नियंत्रित कर अच्छा वक्ता बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आप दूसरों की बात को धैर्य से सुनने की आदत विकसित करें. इससे आप परिवार और समाज में ज्यादा सम्मानित स्थान प्राप्त करेंगे और आपके दोस्तों, सहयोगिओं, प्रशंसकों की संख्या बढेगी.  मानव जीवन की यह सबसे बड़ी विडम्बना है की […]

ईगल बनिए, तोता नहीं . . . !

“Don’t be a parrot in life, be an eagle.  A parrot speaks but can’t fly high.  But An Eagle is silent & has willpower to touch the sky.”   “जीवन में तोता नहीं, एक ईगल समान बनो. एक तोता बोलता है, लेकिन ऊँची उड़ान नहीं भर सकता. परन्तु एक ईगल खामोश रहता है और इच्छाशक्ति के […]

बात करने के नए अवसर तलाशें . . . !

मै बचपन से ही जब भी मार्केट जाता था तो जो सामान खरीदना होता पर्ची में लिखकर ले जाता. यहाँ तक की एक वस्तु भी लेनी होती तो उनका नाम भी पर्ची में लिख कर देता. इस विवशता पर मुझे अक्सर दुःख होता की एक चीज लेने के लिए भी लिख कर देना पड़ता है. […]

अपनी क्षमताओं को निखारें

पिछले दिनों हकलाने वाले एक दोस्त का फ़ोन आया था. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया – “हकलाने के कारण कंप्यूटर और इंटरनेट सीखने के बारे में नहीं सोचा, क्योकि मैं चाहता था की पहले मैं अपनी हकलाहट को ठीक करूँ, फिर कोई दूसरी चीज के बारे में सोचूं.”यह सुनकर मुझे ज़रा भी आश्चर्य नहीं हुआ, […]

18 मार्च की दिल्ली S.H.G. मीटिंग

बाएं से दायें अनूप नागरथ, अभिषेक, गोविन्द, सिकंदर, प्रमेन्द्र, सौरव, चन्दन, जितेन्द्र (स्वयं) और जगदीश. सबसे पहले हम सब ने एक दुसरे को अपना परिचय दिया. उसके बाद अनूप सर ने stammering को नियंत्रित करने के लिए स्लो स्पीड टेक्निक का उपयोग करने का निर्देश दिया, जिसके बाद हम सभी ने दोबारा अपना परिचय स्लो […]

जीवन में सकारात्मकता को खोजें . . . !

हम सभी जानते हैं की सिक्के के दो पहलू होते हैं. हम जैसा चाहें वैसा सोच सकते हैं. हकलाने के कारण निश्चित तौर पर हमारी सोच, व्यवहार और सामाजिक जीवन बहुत हद तक प्रभावित होता है. इससे हमारे मन में हताशा, निराशा और नकारात्मक विचारों का प्रभाव पड़ता है. लेकिन इनसे जितना जल्दी हम बाहर निकल […]