पहली कहानी- सुबह का समय था| बारह साल की बच्ची भूखी थी| रात में खाली पेट ही सो गयी,उस वक्त उसे ब्रेड का एक छोटा सा टुकड़ा मिल पाया था, जो वह सड़क के किनारे पड़े कचरे से बिन कर लायी थीउसे सड़क किनारे लगे हेंडपंप से मग में पानी […]
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स्टेमर करने वालो कि आम समस्या
हम जब भी किसी से बात करने कि कोशिस करते है, तो हमें बड़ा डर लगता है, लोगो के सामने जाते ही दिमाग बंद हो जाता है या दिमाग में ढेर सारे अनावश्यक विचार आने लगते है, और जुबान अटक जाती है| इसमें कई सारी फिजिकल और सायक्लोजिकल समस्याओ से मिलकर हम स्टेमर करते है, […]
इंसान के लिए कोई सीमा नहीं होती
एक साधारण प्रयोग करे| कुछ मक्खियाँ को ले और उन्हें जार में बंद कर दे| कुछ समय बाद जार से ढक्कन हटाये| आप पाएंगे की एक दो को छोडकर बाकि सब मक्खियाँ जार की दीवार से चिपकी बैठी है| उनका शरीर और दिमाग मान चूका है की वे कैद में है और वह से नहीं […]
Gazal: मंजिल न दे, चराग न दे: होसला तो दे, TISA का ही सही तू मगर आसरा तो दे. .
Fluency न दे, cure न देहोसला तो दे,TISA का ही सही, तू मगर आसरा तो दे.बरसों मैं Cure के नाम पर खाता रह फरेब,TISA blog कहाँ है, तूं उसका पता तो दे.मैंने ये कब कहा के मेरे हक में हो जुबां ,लेकिन खामोश मैं क्यों रहूं, कोई ये बता तो दे .बेशक मेरी speech पर […]
कार्यशाला सिखाती है जीवन जीना … !
आज मैं और अनिल गुहार हर्बर्टपुर (देहरादून) वर्कशॉप से वापस लौटकर दिल्ली पंहुचे। इन तीन दिनों में मैंने बहुत कुछ सीखा और जाना। मैं आश्चर्य में हूँ की तीन दिनों की कार्यशाला ने गागर में सागर भरने का कार्य किया है। नए लोगों से मिलकर और उनके अनुभव सुनकर मन एक नई उड़ान भरने लगा है। जीवन में […]
और हम बोलने लगे . . .
अंग्रेजी भाषा के बारे में बात करने से पहले हम इंसानी भाषा की शुरुआत और उसके चरणबद्ध विकास पर कुछ बात करेंगे. इस सवाल का स्थाई जवाब तो आज तक नहीं मिल सका कि इनसान ने भाषा का इस्तेमाल कब से शुरू किया. लेकिन इस बात पर सब सहमत हैं कि बोलने की ताक़त ही […]
लोगों का साथ बढ़ाता है आत्मविश्वास … !
टीसा से जुड़कर हम यह सीखते हैं कि अधिक से अधिक लोगों से बात करनी है, अपनी भावनाओं को शेयर करना है, उनके विचारों को सुनना है और उनकी भावनाओं, रूचियों को भी ध्यान में रखना है। जरा सोचिए, जब आप गहरी निराशा में डूबे हों, उस समय किसी भी व्यक्ति का साथ हमें उस […]
अच्छी कोशिशों का नाम ही जिन्दगी है…
मेरे घर के पास एक सज्जन रहते हैं। वे इस समय थोडा मानसिक रूप से बीमार हैं। रास्ते में जब भी कोई मिलता है, हर किसी से मुस्कुराकर नमस्ते करते है। मुझसे भी हमेशा नमस्ते करते है, जबकि मैं उनसे परिचित नहीं हूं। शायद वे मानसिक अवस्था ठीक नहीं होने के कारण ऐसा करते हैं। उनका […]
लोगों की हंसी मुझे मज़बूत बनाती है …!!!
होली में कई रंगों का महत्त्व है, एक रंग से होली का मज़ा बेकार हो जाएगा, वैसे ही समाज के सब सभी लोग एक जैसे नहीं हो सकते। हकलाहट भी इसी तरह की एक भिन्नता है। एक दिन PWS दोस्त का मेसेज आया था – People laugh… “bcoz I’m different!” and I laugh… “bcoz they […]
खुला पत्र
(डॉ जोसेफ शीहान, पी एच डी, हकलाने के इलाज़ की दुनिया में एक प्रसिद्ध शिक्षक है – उन्होंने हकलाने वालो के नाम यह खुला पत्र सत्तर के दशक में लिखा था और इस पत्र को उनके तमाम अनुभवों के निचोड़ के रूप में देखा जाता है। और जानकारी ) यदि एक हकलानेवाले व्यक्ति के रूप में […]
उधेड-बुन
पिछले साल शिवरात्री को मैं एक दूसरे शहर मे था । मुझे शिव मंदिर जाना था । मैने एक 30-35 साल के व्यक्ति से पूछा – भाई साहब, यहाँ आस-पास कोई शिव मंदिर है । वो आदमी बोला – भाई साहब, थोडा जोर से बोलो, मैं थोडा ऊँचा सुनता हूँ । मै थोडा जोर से […]
वो मेरी हकलाहट को देखकर काफी देर तक हंसते रहे … !
यह घटना आज शाम की है। मैं अपने घर के पास किराना स्टोर पर एक सामान खरीदने गया था। मुझे मूंगफली लेना था। मूंगफली बोलने में काफी हकलाहट हुई और मैं तीन बार कोशिश करने के बाद सही बोल पाया। इस दौरान किराना स्टोर पर बैठे दुकानदार और उनकी पत्नी काफी देर तक हंसते रहे। मैंने […]
रूपान्तरण…
आज सुबह मैरियन बोली- जल्दी बाहर आआो और ये देखो..फूलों की क्यारी मे एक कोमल सा लाल फूल सुबह की बयार में झूम रहा था – हौले हौले.. कल जो भी हो – आज का दिन और यह सुबह ज़ाहिरन उस नन्हे से फूल की थी.. इक पल को मै जिन्दगी की सारी कड़वाहट भूल […]
मेडिकल शॉप पर हकलाहट का डर दूर हुआ . . . !
मैं अपने पिताजी के लिए एक शेम्पू मेडिकल शॉप पर जब भी लेने जाता था तो उसका नाम एक पर्ची पर लिखकर ले जाता था। यह सिलसिला कई वर्षों से निरंतर जारी था। ऐसा इसलिए क्योंकि मैंने मान लिया था की मैं “Aqua Derm” (शेम्पू का नाम) सही नहीं बोल पाऊंगा और दुकानदार को समझने […]
अरे! आप बाएँ हाँथ से लिखते हैं ?
कुछ दिन पहले मैं अपने आफिस के कार्य से एक दूसरे आफिस गया था। वहां पर साइन करते समय क्लर्क ने बड़े आश्चर्य से मुझसे कहा- अरे! आप बाएँ हाँथ से लिखते हैं? मैंने स्वीकृति में सिर हिलाया। मुझसे अक्सर कुछ लोग इस तरह के सवाल करते हैं। लोगों को यह देखकर आश्चर्य होता है […]
जो डूबा सो पार . . . !
नया जॉब ज्वाइन करने के बाद मैं अपनी हकलाहट को लेकर बहुत परेशान था की कैसे इतने सारे स्कूल्स में जाकर टीचर्स से बात करूँगा? दो-चार दिन तक तो आफिस में वर्क करता रहा लेकिन फील्ड में तो जाना ही था। बहुत संकोच करते हुए मैं पहली बार एक प्राइवेट स्कूल में गया। थोड़ी-सी रुकावट के […]
मैं अपमानित होकर भी निराश नहीं हुआ . . . !
कल मैं अपने आफिस के कार्य से एक सरकारी स्कूल गया था। वहां पर मैं हेडमास्टर से बातचीत कर रहा था। उस समय स्कूल की दो महिला टीचर पास में बैठी थी। वे दोनों मुझे हकलाते हुए देखकर मुंह छुपाकर हंस रही थीं। मैंने जान-बूझकर इस बात को अनदेखा किया। वापस आते समय मैं उन […]
बोलने की स्पीड कम करने का आइडिया सफल रहा . . . !
कल आफिस में अपने एक सहयोगी को एक लेटर लिखवाना था। लाईट नहीं थी, कंप्यूटर चल नहीं सकता था। मेरे पास दो ही विकल्प थे या तो मैं खुद उसे लेटर लिखकर दूँ या फिर मैं बोलकर उसे लिखवाऊं। मैंने दूसरा विकल्प चुना। उस समय मेरे पास कार्यालय के और भी लोग बैठे थे। मैंने अपने […]
साहस के पर मत काटो
निवेदन – अगर आप थोडा सा साहस कर लें तो हकलाहट के बावजूद खुद को स्थापित कर सकते हैं, अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। हमारी हकलाहट से दूसरे लोगों को ज्यादा मतलब नहीं है, लेकिन हम हमेशा दूसरों की फ़िक्र कर अपना मनोबल गिराते हैं, समय बर्बाद करते हैं। इसलिए साहस करें, आगे […]
अपना मुंह बंद करो- ओशो
प्रस्तुत है ओशो की चमत्कारिक ध्यान विधि….यदि आप इसे करते हैं तो शरीर और मन की बीमारियों से छुटकारा पा लेंगे और इस विधि के चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलेंगे। मुंह वास्तव में बहुत बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहीं से पहली क्रिया शुरू हुई; तुम्हारे ओठों ने पहली क्रिया की। मुंह के आसपास की जगह […]