10 फरवरी 2014 को मेरे पिताजी एक सड़क दुर्घटना गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अभी उनकी सेहत में सुधार हुआ है। जीवन के इस चुनौतीपूर्ण समय में टीसा परिवार ने मुझे बहुत सहयोग किया। डा. सचिन श्रीवास्तव, मणीमारण सर, जयप्रकाश सुंडा, संजीब तालुकदार (असम) और कई अन्य साथियों ने इस मुश्किल घड़ी में मुझे आर्थिक सहयोग प्रदान कर पिताजी के इलाज में सहायता की है। मैं और मेरे परिजन टीसा परिवार के सभी सदस्यों के आभारी हैं। आप सबको धन्यवाद। साधुवाद।